म्यर बैणा तूँ हैगे विराण छँजगै तेरो डोला अजाण
(कुमाऊँनी ब्या गीत)
रचनाकार - सुन्दर कबडोला
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
पार धाँरु छैगे
बरैतियोँ क रमँरौडि बैणा
लाल निशाँणु लिबै ऐगो बँणा
ढोलँ ढमँऊ नाचा कुदि
र्ध्वग मा ऐगो त्यर बणा.. बैणा
मुकुटै माँऊ त्यर मन मित
सँजगै बैणा बेदि रित
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
माँठ माँठू ऐ तूँ जय माला पैरे॥
माँठ माँठू ऐ तूँ जय माला पैरे॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
ईष्ट मिञ बरैति घरैति
ग्वँल पिठाँ त्यर दाँन बैणा
बेदि मा बैठि
सँजै धँजै त्यर डोँट न्थूलि
दुध धाँरै जै रुप बैणा
बेदि मा बैठि
नि रँवै भैजि कै आज
सात फैरुँ क सात कँसम
हैजाल बैणा पुर रँश्म
कँन्यादाँन त्यर शँय्यादाँन
त्यर म्यर बीच बेदि रित
कँन्या पक्ष बै वर पक्ष कि तूँ बैणा
त्यर म्यर बीच बेदि रित
आँखा आँसू छँलकै गीत॥
आँखा आँसू छँलकै गीत॥
आज पराय बैणा प्रीत॥
आज पराय बैणा प्रीत॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
ना रो नि रँवै हे बैणा तूँ
कँका ताँऊ घैँ भैटि
बैठि जा तूँ डोला मा
तूँ हैगे दाँन
छोडि दे घर आँगण थाँण
जा बैठि जा डोला मा
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
जा बैणा जा चेलि
बैठि जा तूँ डोला मा
भेजि कँध त्यर डोला मा
नि छोडि बैणा आँसू मा
ना कर देर जा बैणा
सफेद निशाँण लाँगगो बाँट
बैठि जा तूँ डोला मा॥
बैठि जा तूँ डोला मा॥
अब नि थाँमण म्यर आँखा आँसू॥
अब नि थाँमण म्यर आँखा आँसू॥
जा बैणा जा चेलि
दुरँकुणै दिन तूँ आलि बैणा
आपणु भैजि क घर आँगण
जा बैणा जा चेलि॥
जा बैणा जा चेलि॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
लैगे त्यर डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
जा बैणा जा चेलि॥
जा बैणा जा चेलि॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
पार धाँरु छैगे
बरैतियोँ क रमँरौडि बैणा
लाल निशाँणु लिबै ऐगो बँणा
ढोलँ ढमँऊ नाचा कुदि
र्ध्वग मा ऐगो त्यर बणा.. बैणा
मुकुटै माँऊ त्यर मन मित
सँजगै बैणा बेदि रित
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
माँठ माँठू ऐ तूँ जय माला पैरे॥
माँठ माँठू ऐ तूँ जय माला पैरे॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
ईष्ट मिञ बरैति घरैति
ग्वँल पिठाँ त्यर दाँन बैणा
बेदि मा बैठि
सँजै धँजै त्यर डोँट न्थूलि
दुध धाँरै जै रुप बैणा
बेदि मा बैठि
नि रँवै भैजि कै आज
सात फैरुँ क सात कँसम
हैजाल बैणा पुर रँश्म
कँन्यादाँन त्यर शँय्यादाँन
त्यर म्यर बीच बेदि रित
कँन्या पक्ष बै वर पक्ष कि तूँ बैणा
त्यर म्यर बीच बेदि रित
आँखा आँसू छँलकै गीत॥
आँखा आँसू छँलकै गीत॥
आज पराय बैणा प्रीत॥
आज पराय बैणा प्रीत॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
छँजगै तेरो डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
ना रो नि रँवै हे बैणा तूँ
कँका ताँऊ घैँ भैटि
बैठि जा तूँ डोला मा
तूँ हैगे दाँन
छोडि दे घर आँगण थाँण
जा बैठि जा डोला मा
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि
जा बैणा जा चेलि
बैठि जा तूँ डोला मा
भेजि कँध त्यर डोला मा
नि छोडि बैणा आँसू मा
ना कर देर जा बैणा
सफेद निशाँण लाँगगो बाँट
बैठि जा तूँ डोला मा॥
बैठि जा तूँ डोला मा॥
अब नि थाँमण म्यर आँखा आँसू॥
अब नि थाँमण म्यर आँखा आँसू॥
जा बैणा जा चेलि
दुरँकुणै दिन तूँ आलि बैणा
आपणु भैजि क घर आँगण
जा बैणा जा चेलि॥
जा बैणा जा चेलि॥
म्यर बैणा तूँ हैगे विराण
लैगे त्यर डोला अजाण
जा बैणा जा चेलि
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
म्यर आँखा हैँसि आँसू ना छोडि॥
जा बैणा जा चेलि॥
जा बैणा जा चेलि॥
लेख - सुन्दर कबडोला ©copy right, All Rights Reserved
गलेई - बागेश्वर- उत्तँराखण्ड
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