
टनकपुर रेलवे स्टेशन (Tanakpur railway station)
उत्तराखण्ड के चंपावत जिले में स्थित टनकपुर रेलवे स्टेशन कुमाऊँ का एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है जो कुमाऊँ के पहाड़ी भाग को रेलवे से जोड़ता है। कुमाऊँ के चम्पावत तथा पिथौरागढ़ जनपद के पहाड़ी यात्रियों के लिए यह अंतिम रेलवे स्टेशन है। टनकपुर से आगे पहाड़ो की तरफ जाने के लिए केवल सड़क मार्ग से ही जाया जा सकता है।

यह रेलवे स्टेशन कुमाऊँ अंचल के चंपावत जिले के यह टनकपुर नगर में स्थित है। यह भारत के नॉर्थेर्न और नॉर्थेर्न ईस्ट रेलवे के इज़्ज़तनगर डिवीज़न का स्टेशन है जिसका रेलवे कोड (TPU) है। समुद्र तल से 259 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह स्टेशन भारतीय रेलवे के ब्रॉड गेज से जुड़ा है। वर्तमान में स्टेशन पर ट्रेनों के आने जाने के लिए दो ब्रॉड गेज ट्रैक तथा यात्रियों के लिए तीन रेलवे प्लेटफॉर्म्स बने हुए हैं। स्टेशन के विस्तार तथा विद्युतीकरण का कार्य भी प्रगति पर है जिसके जनवरी 2021 में परिचालन में आने की उम्मीद है।
अन्य किसी रेलवे स्टेशन की तरह, टनकपुर रेलवे स्टेशन शहर के सभी क्षेत्रों से सुगम यातायात विकल्पों के माध्यम से जुड़ा हुआ है। रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त वाहन पार्किंग भी उपलब्ध है। स्टेशन पर उपलब्ध अन्य सुविधाओं में स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन, एटीएम मशीन, सूचना कियोस्क, एलसीडी स्क्रीन, इंटरनेट कैफे और टीवी विज्ञापन पैनल हैं। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।

टनकपुर रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली प्रमुख ट्रेनों में टनकपुर-दिल्ली एक्सप्रेस (14555), टनकपुर-सिंगरौली त्रिवेणी एक्सप्रेस (15074), टनकपुर-शक्तिनगर त्रिवेणी एक्सप्रेस (15076) और स्थानीय टनकपुर-पीलीभीत पैसेंजर (55372) हैं। आज तकनीकी के युग में आप ऑनलाइन कुछ सरल चरणों में लाइव ट्रेन रनिंग स्टेटस, ट्रेन रनिंग हिस्ट्री और पीएनआर स्टेटस की जांच कर सकते हैं।
टनकपुर आने वाले यात्रियों के लिए विभिन्न श्रेणियों के होटल, गेस्ट हाउस और होमस्टे यहां पर उपलब्ध हैं। जो यात्री आने-जाने के समय को बचाने के लिए रेलवे स्टेशन के पास रहना पसंद करते हैं, ऐसे यात्रियों के लिए होटल सॉलिटेयर, होटल राज श्री, होटल ब्लू एम्पायर, होटल कान्हाजी आदि होटल्स स्टेशन के पास में ही स्थित हैं। होटल की बुकिंग, ट्रेन टिकट बुकिंग, फ्लाइट और बस बुकिंग आदि के लिये आप अपनी सुविधानुसार जानकारी प्राप्त कर ऑनलाइन कर सकते हैं।

भारत के उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले में टनकपुर के पास अन्नपूर्णा शिखर पर ५५०० फुट की ऊँचाई पर माँ पूर्णागिरि मन्दिर स्थित है। यह 108 सिद्ध पीठों में से एक कहा जाता है तथा यह स्थान महाकाली की पीठ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दक्ष प्रजापति की कन्या और शिव की अर्धांगिनी सती की नाभि का हिस्सा यहां पर विष्णु चक्र से कट कर गिरा था। देश के विभिन्न स्थानों से प्रतिवर्ष इस शक्ति पीठ की यात्रा करने आस्थावन श्रद्धालु कष्ट सहकर भी यहाँ आते हैं।
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