अषौजा'क हाल
(रचनाकार: श्री शंकर दत्त जोशी)
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियो रे सुनों अषौजाक हाल।
कौंनि मादिर नै धानकि बाल,
जोर हैरों बस घाकें घाक।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
सासु घा काटनें वारै धार,
ब्वारि खद्येड़ि रा पारै धार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
धानकि सारि लागि रै मुंगसार,
बानर ल्है गई मडुवै सार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।
मुसां जोर छ मडुवै सारि,
और चाड़ चलि रि धानै सार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
ब्वारिक कानों में फोंनक तार,
सासुलि लगै रै धधा-धाद।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
लुट बटि घुरि गै झुपुलि घस्यार,
पुजि गै हल्द्वानि लिगै हकार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
ल्यों रे सुनों अषौजाक हाल।।
खूब खनांई रत्तै ब्याव,
गदु-ककाडाँ की हैरै बहार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
ल्यों रे सुनों अषौजाक हाल।।
दिन में घाम और रातहिनि जाड़,
सर्दि-जुखामलि हाल खराब।
ट्लिंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
अंड न मुर्गी लासन प्याज,
कसिके पुरीनी नौंर्त सराद।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
कोरोना ल्हैगो धारें धार,
बस अभागीं रैगै याद।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
फ्री में भात और फ्री में दाव,
उखल नै कुटनै क्वेई य साल।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार,
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
नांनतिन लागनांई कामदार
भुलिगै उनरि स्कूली अन्वार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
आंमाकि पड़ि गै हका-हाक
मुखथें है बकर कें लिगौ बाघ
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
खानकि फुरसत न पिनकि याद
गिज लागि रयी सबों अगास
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।
नीचे आनंद लीजिये शंकर जोशी जी असौज माह के बारे में एक और कविता का - अहा रे असौज
शंकर जोशी, 08-08-2021
आपसे अनुरोध है कि shankar joshi panuwa यू-ट्युब चैनल को सब्सक्राईब करें
0 टिप्पणियाँ