रचनाकार: भास्कर जोशी

प्रस्तुत है श्री भास्कर जोशी जी की कुमाऊँनी कविता "हिटो हो दाज्यू पहाड़ जौंल"। इस कविता में जोशी जी ने राज्य सरकार की पहाड़ के विकास के बारे में बनायी जाने वाली योजनाओं की सार्थकता पर प्रश्न उठाये हैं। भाष्कर जोशी जी की कविता की ऑडियो उनके ही स्वर में सुनिए:-
भास्कर जोशी जी की कुमाऊँनी कविता के युट्युब लिंक से
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