
श्री गंगनाथ जागर भाग-२
गायक: नैननाथ रावल जी
पारंपरिक कुमाऊँनी गायन शैली के गायकों में श्री नैननाथ रावल जी एक जाना पह्चाना नाम हैं। न्योली गायन तथा जागर गायन में श्री नैन नाथ रावल जी के स्तर का उत्तराखण्ड राज्य में कोई गायक नहीं है। यह हो सकता है कि लोकप्रियता और पुरस्कार प्राप्त करने में कुछ कलाकार उनसे आगे नजर आते हों पर गायन शैली से जो प्रभाव नैननाथ रावल जी ने पैदा किया है उसका कोई मुकाबला नही है।
आज के समय में श्री नैन नाथ जी को कुमाउँनी गीतों की पारम्परिक शैली का भीष्म पितामह भी कहा जाता है। हम आगे भी नैननाथ रावल जी के गायन व संगीत के बारे में चर्चा करते रहेंगे। यहां पर प्रस्तुत है श्री नैननाथ रावल जी के द्वारा गाये गये गंगनाथ जागर के दूसरे भाग की ऑडियो :-
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