
चुथरोल - दुर्लभ ख़तरनाक शिकारी (Yellow Throated Martin)
(लेखक: दीप रजवाड़)यलो थ्रोटेड मार्टिन (Yellow Throated Martin) जिसे स्थानीय भाषा में चुथरौल भी कहा जाता है। पीले और भूरे रंग का दिखने में ये छोटा जानवर एक बहुत ही ख़तरनाक शिकारी है जो जोड़ों में ही शिकार करते हैं। कभी कभी इन्हें तीन यार चार जोड़ों में भी शिकार करते हुये देखा गया है।
ये बहुत अवसरवादी शिकारी होते हैं और अपने से 5 गुना तक के शिकार को मारने से भी नही हिचकते हैं। इनको बंदर, मुर्गी और हिरन के बच्चों को भी मारते देखा गया है। अधिकांश ये कमज़ोर, बीमार व असहाय जानवर की तलाश में रहते हैं और मौक़ा मिलते ही उस पर झपट पड़ते हैं और मार डालते हैं।
पिछले साल ढिकाला के सांबर रोड पर इनके द्वारा बंदर को मारते हुए एक विड़ीयो काफ़ी सुर्ख़ियों में आया था। ये कोर्बेट व सिताबनी के जंगलो में ये पाये जाते है पर कम ही नज़र आते है। ये इलाका बनाकर रहना पसंद करते है और एक ही दिन में 1 से 10 किलोमीटर तक की गश्त कर लेते हैं।
इनको जमीन के अलावा पेड़ों पर भी पर शिकार करते देखा गया है और ये पेड़ों पर भी बड़ी आसानी से चढ़ जाते हैं और 8-9 मीटर तक छलांग लगा लेते हैं। लगातार शिकार होने के कारण आज इनकी संख्या कम होती जा रही है जो काफ़ी चिंता का विषय है। जहाँ तक कोर्बेट व आस पास के जंगलो का सवाल है तो समय समय पर यहाँ इनकी उपस्थिति देखी गई है। आज तक इनके शिकार का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है जो अपने आप में एक सुखद पहलू है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने चुथरोल को संकटग्रस्त जातियों की IUCN लाल सूची में इसको शामिल किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (इंटरनेशनल यूनीयन फोर कंजर्वेशन ओफ़ नेचर) प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए समर्पित एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। संघ विश्व के विभिन्न संरक्षण संगठनों के नेटवर्क से प्राप्त जानकारी के आधार पर "लाल सूची" प्रकाशित करता है, जो विश्व में सबसे अधिक संकटग्रस्त प्रजातियों को दर्शाती है।








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