
कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ
यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-
ये जतकाव बचूँ तो खसम थैं बाब कौं
अर्थात
किसी महिला के लिए प्रसवकाल बहुत ही कष्टदायक होता है
ये तरफ रौ रभाड़, वे तरफ भले का फाड़
अर्थात
दोनों तरफ से संकट के कारण दुविधा की स्थित
ये तरफ भ्येव, ऊ तरफ बाग
अर्थात
दोनों तरफ से संकट की स्थिति
य द्वोर बल्द छू सोर क ना
अर्थात
यह वह नहीं जो तुम समझ रहे हो
यौ द्याप्त पैली आपण भल करि लियो, फिर म्यर करल
अर्थात
जो अपना भला नहीं कर पा रहा वो दुसरे का क्या भला करेग
उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।
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