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गोपाल बाबू गोस्वामी जी का गीत - छैला ओ मेरि छबीली



सुनिए सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी जी के सुमधुर गीत

सुनें, गोपाल बाबू गोस्वामी जी का लोकप्रिय गीत "छैला ओ मेरि छबीली, ओ मेरी हेमा मालिनी....... "

मित्रो, जैसा कि हम सब जानते हैं कि कुमाऊँ और उत्तराखण्ड में कई महान लोकगायक हुये हैं लेकिन गोपाल बाबू गोस्वामी एक ऐसे संगीत साधक हैं जिनकी पहचान ऊंचे पिच की वोईस क्वालिटी के कारण अपने आप में विशिष्ट है।  उनकी इस सुरीली आवाज का ही जादू है कि कुमाऊँनी ही नही अन्य भाषा-भाषी भी एक बार उनका गीत सुनने के बाद उनके गीतों को बार-बार सुनकर खुद गुनगुनाने को विवश हो जाता है।  गोपाल बाबू गोस्वामी जी ने विभिन्न प्रकार के गीत गाये हैं जैसे श्रंगार गीत, भक्ति गीत, पहाड़ के सौन्दर्य और पहाड़ के जन-जीवन से सम्बंधित गीत आदि।

आज हम सुनेंगे गोस्वामी जी का श्रृंगार रस से भरपूर लोकप्रिय गीत "छैला ओ मेरि छबीली, ओ मेरी हेमा मालिनी।" गोपाल बाबू गोस्वामी जी के इस गीत में नायिका के सौंदर्य का वर्णन करते हुये उसकी तुलना तत्कालीन बॉलीवुड अभिनेत्री से की गयी है। इस गीत के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि इस गीत के कारण बॉलीवुड अभिनेत्री द्वारा गोस्वामी जी के विरूद्ध न्यायालय में वाद भी दायर किया गया था जो बाद में निबट गया था।

अरे छैला ओ मेरि छबीली (ओ मधुली ईजा)
अरे छैला ओ मेरि छबीली, ओ मेरी हेमा मालिनी
अरे आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई
आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई - 2

ओ मेरि छैला छबीली, मेरी हेमा मालिनी
छैला वे मेरि छबीली, ओ मेरी हेमा मालिनी
आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई -2

धरती आज ऐगै आकाशै जूना -2
रूपै गागरी जसि हौंसिया बाना -2
फर्र फर्रा निशांण कसि, लठै की थान जसि -2
रसीली आम जसि, मिसिरी डई डई डई - 2
हाई वे हिटणौ तेरो, हायरे मिजाता - 2
कमरा पतई तेरि, हाय रे लटाका - 2
पूसै पालंग जसि, दांति खोड़ा कसि -2
चमकी रै सुआ मेरि, कांसै की थाई थाई थाई - 2

खिलि रै गुलाब जसि, सोलवां साल में -2
खिलि रै कदुवा जसि, भर ज्वानि चाल में -2
चन्दा चकोर मेरि, हाई वे कठकोर मेरि -2
आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई - 2

छैला वे मेरि छबीली, मेरी हेमा मालिनी -2
आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई -2

छैला वे मेरि छबीली, मेरी हेमा मालिनी -2
आंखि तेरि काई काई काई, नशीली हाई हाई हाई -5


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