
कुमाऊँनी भाषा में विभिन्न रिश्तों को सम्बोधन करने हेतु विभिन्न शब्दों का प्रयोग किया जाता है। हम यहां पर कुछ मुख्य रिश्तों के लिए कुमाऊँनी में प्रयोग किये जाने वाले शब्दों को दे रहे हैं:-
माँ - ईजा
पिता - बाबू, बौज्यू, बाज्यू
भाई (छोटा) - भै, भुल्लू, भुला
भाई (बड़ा) - दाद, ददा
भाभी - भौजी, बोजि
देवर - द्यूर, द्योर, देवरा
ननद (पति की बड़ी बहन) - नन्द
ननद (पति की बड़ी बहन) - पौणि
बहन (छोटी) - बैणि, भुल्ली, भूलि
बहन (बड़ी) - दीदी, दीदि
जीजा - भिन, भिना, भिनज्यू
चाचा - काक, कका
चाची - काकी, काखी
ताऊ - ठुल बाज्यू, ठुल बौज्यू
बुआ - बूब, बुबु, फुफु, दीदि
दादा /नाना - बुबु, बुब
दादी /नानी - आम. आमा, अम्मा
पोता - नाति
पोती - नातिणि, नातणि
भतीजा (चाचा/ताऊ का) - भतीज
भतीजा (बुआ का) - भदया
भतीजी (चाचा/ताऊ की) - भतिजि
भतीजी (बुआ की) - भदये
बहु (बेटे/भाई की पत्नी) - ब्वारि
दामाद - जवाईं, जवैं
(सभी रिश्तों में मध्यम पुरुष के रूप में सम्बोधन के समय छोटी मात्रा बड़ी हो जाती है। अ का आ तथा इ का ई हो जाता है जैसे बेटी को सम्बोधित करते समय ओ चेली......!, आम को सम्बोधित करते हुए ओ आमा.....!, बहु को सम्बोधित करते हुए, ओ ब्वारी......!)
कुमाऊं के विभिन्न भागों में रिश्तों के लिए विभिन्न शब्दों का प्रयोग किया जाता है, इसलिए यहाँ पर मैंने अपने ज्ञान के अनुसार कुछ शब्दों की सूचि प्रस्तुत की है। मेरा सभी पाठकों से अनुरोध है की वह रिश्तों के लिए प्रयोग किये जाने वाले शब्दों के सम्बंध में अपने विचार और सुझाव अवश्य दें। हमारा प्रयास होगा की इस सूचि में आपके सुझावों के अनुसार आवश्यक संशोधन तथा विस्तार किया जा सके।
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