उन्टेश्वर महादेव मंदिर की कहानी
(कनरा, लमगड़ा अल्मोड़ा)जय उन्टेश्वर महादेव! 1,000 वर्ष पुरातन कालीन उन्टेश्वर महादेव मंदिर, कनरा मैं स्थित है। यह लमगड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आता है। अल्मोड़ा जिले का यह शिव मंदिर विख्यात है। इसके गर्भ गृह मैं पूर्व मध्यकालीन मूर्तियाँ भी रखी गई हैं। यह मंदिर पुरातत्व विभाग के संरक्षण मैं है। यहाँ पर शिवलिंग, शिव जिव्हा (भगवान शिव की जी ) के रूप मैं स्थापित है। भक्तजन जो भी जल इस लिंग को अर्पित करते हैं वह अलोप हो जाता है, क्योंकि यह लिंग शिव जी की जिव्हा के रूप मैं प्रकट हवा थाl कहा जाता है कि जब यह लिंग प्रकट हुवा तब इस लिंग की लम्बाई नापने की लिए इसके चारों ओर खुदाई भी की गई, पर लिंग का पारावार ही नहीं मिला। अर्पित जल कहाँ जाता है इसका किसी को भी अनुमान नहीं है।
उन्टेश्वर महादेव के सम्बन्ध मैं एक प्राचीन कहानी है। कहते है कि जब कभी भी प्राकृतिक संपदाओं का आवश्यकता से अधिक दोहन हो जाता है तो प्रथ्वी वासियों की समस्याएँ भी बढ़ने लगती है। तब देवाधिदेव महादेव अवतरित होते हैं, यह प्रकृति चक्र है। इसी कारण से उन्टेश्वर महादेव कनरा मैं प्रकट हुए। प्राचीन कथा के अनुसार जब देवता एवं राक्षस प्रथ्वी से बहुत अधिक मात्रा में रिद्धि सिद्धि का दोहन करने लगे तब माँ पृथ्वी ब्रह्मा के पास मदद के लिए पहुँची। ब्रह्मा ने उन्हें भगवान् विष्णु एवं महादेव के पास भेजा। त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश ने उनकी समस्या को समझा।
तब एक आकाशवाणी हुईl आकाशवाणी में कहा गया कि जब ब्रह्मदेव का सर ब्रह्म-कपाली मैं गिरेगा ठीक तब ही महादेव दर्शन देंगे तथा अनेक स्थानों पर शिव लिंगों का प्रादुर्भाव होगाl उस समय पृथ्वी की समस्त समस्यों का समाधान होगा और पृथ्वी को शांति मिलेगी और महादेव उन्हें दर्शन देंगेl मान्यता के अनुसार जब महादेव ने झांकर पहाड़ी में दर्शन दिए तब ही अनेक स्थानों मैं शिव लिंगों का अवतरण हुवाl उनमें से एक शिवलिंग ‘उन्टेश्वर महादेव’ शिव जिव्हा के रूप में कनरा में अवतरित हुए। उन्टेश्वर महादेव मन्दिर अल्मोड़ा से 43 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है l अल्मोड़ा से लमगड़ा फिर चायखान-थुवासिमल रोड सड़क से कनरा आराम से पहुंचा जा सकता हैl चायखान से 3 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम कनरा के अंतर्गत ही विश्व प्रसिद्द कल्याणी आश्रम है! कनरा की बासमती प्रसिद्द है तथा यहाँ पर मडुवा व झूंगरा व अन्य अनाज होता है जिसकी अब काफी मांग है!
यहाँ पर शिव रात्रि के अवसर पर बहुत बड़े मेले का आयोजन होता है। उन्टेश्वर महादेव मंदिर पहुँचने के लिए आप को अल्मोड़ा से लमगड़ा पहुंचाना होता हैl इसके पश्चात लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर चायखान नमक स्थान से चायखान थुवासिमल रोड 4 किलोमीटर स्तिथ कनरा तोक पर पहुँचना होता हैl इस स्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता हैl इस प्रकार अल्मोड़ा से इस पवित्र स्थान की दूरी कुल 40 किलोमीटर है!
फेसबुक ग्रुप ईश्वर आराधना (Ishwar Aradhana) से साभार
2 टिप्पणियाँ
ऊँटेश्वर महादेव शिवलिंग, कनरा की विशेषताएं !
जवाब देंहटाएं1)एक हज़ार वर्ष से भी अधिक प्राचीन है ! इसमें 12 देवालय स्थित है !
2)यह स्वयंभू पृथ्वी/भूमि से स्वयं निकला हुआ अर्थात प्राकृतिक है !
3)यह शिवलिंग महादेव की जिव्हा के रूप में प्रकट हुआ है !
4)भंडारे आदि आयोजनों में सैकड़ों भक्तजनों द्वारा अर्पित जल हमेशा विलुप्त हो जाता है !
5)इस शिव जिव्हा का उद्गम जानने हेतु खुदाई की गई परन्तु इस शिव लिंग का पारावार नहीं मिला !
6)कनरा स्थित इस मंदिर हेतु चायखान (लमगड़ा ) होते हुए 8 किलोमीटर सड़क है ! अल्मोड़ा से इसकी दूरी 40 किमी है!
7)यह मंदिर पर्यावरण विभाग द्वारा संरक्षित है !
8)शिव लिंग (शिव जिव्हा) दुर्लभ श्रेणी में आता है ! मेरी जानकारी में शिव जिव्हा के रूप में अन्य स्थानों में शिव जिव्हा के रूप प्रकट शिव लिंग नहीं है !
9)इसलिए अनुरोध है कि इस मंदिर को प्रथम 6 मंदिरों में मानस माला मंदिर मिशन में शामिल करने की कृपा करें !
ऊँन्टेश्वर महादेव मंदिर के विषय में मंदिर के पुजारी पंडित खीमा नन्द
जवाब देंहटाएंबड़ोला का वीडियो का l लिंक है - https://www.youtube.com/watch?v=X_GfqH8ZUQg&t=1710s