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कलमौक सफर

रचनाकार:  रेणुका जोशी



रिंगाल में धार लगाइ
कमेट में कलम डुबाइ
पाटि में मोत्यूं ज
नानछिनाक लिखाइ।

पाटि छोडि़ कौपि ल्याइ
स्याइक टिक्की दवात में डुबाइ
रिंगालै कलम दगै
स्याइक लिखाइ।

हातन में स्याइ
लुगुणा में स्याइ
इसकूली नानतिन त
तस्सै दिखनेर भाइ।

अघिल होल्डर में निब लगै
दवात भरी स्याइ
दवात ढोई गेइ
हाइ लुगुणा में स्याइ।

बस्त बाचाओ नतर
किताबन में स्याइ
ठुल दर्ज में आइ त
फौनटेन पैन पाइ।

पुच्च ज भरि स्याइ
जेब में पेन लगाइ
जेब में स्याइ, हाइ
फैशन कं आगि लगाइ।

लुगुड़ कसी धोऊं चेली
खूब खाइ इजै गाइ
स्याइल लेखन लेखनै
दिन पलट ग्याइ।
डौट पेन हात लागि
बुड़या काव आइ।

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