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मुहावरे और लोकोक्तियाँ - कुमाऊँनी भाषा में (भाग-०८)

कुमाऊँनी भाषा के कुछ प्रचलित मुहावरे और लोकोक्तियाँ और हिंदी अर्थ Idioms and phrases Kumauni language and hindi meaning

कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ

यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-

घर आया खांणाक सूज
अर्थात
घर पर आते ही हर किसी को भूख या खाने का ख्याल आता है।

घर जवैं थैं खाणकि खौताव
अर्थात
जिसके पास काम ना तो खाने की ज्यादा रहती है 

घर न्हैं लूण दई, च्याल कैं चैं गूड़ दई
अर्थात
अनर्थक या अपेक्षा से अधिक की मांग करना

घर पिनाव, बण पिनाव
मामाक घर गै, वां हाथ लाम पिनाव
अर्थात
किसी वस्तु की बहुतायक हो जाना

घरौक चोर, पड़ोस पन जाग
अर्थात
अपने कमियों को ना देखकर दुसरे की कमियां बताना

घाम तातण
अर्थात
खाली समय व्यतीत करना या बेरोजगार होना

घुरुवौक पिसि, घुरुवौक तेल
औरों कैं द्वि दि, घुरु कैं डेढ़
अर्थात
जिसका सब कुछ है या जो मुख्य है उसी को नजरंदाज करना

घोटनूं तो गिज जगूं, थूकनूं तो दूद छू
अर्थात
कशमकश में कोई निर्णय ना कर पाना

उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।

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