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कुमाऊँ में क्षत्रि व राजपूत - चंद्रवंशी राजपूत

History of Kumaoni chandravanshi Rajputs, कुमाऊँनी राजपूतों के बारे में ऐतिहासिक तथ्य, kumaoni rajputon ke bare mein, kumaoni kshatriya rajput

लेखक: भुवन चन्द्र पांडे

कुमाऊँ में क्षत्रि व राजपूत वर्ग


सूर्य वंशी राजपूतनक बार में पढ़ि हैछो तो चन्द्र वशीं राजपूतनक बार में लै पढ़िलियौ।

चंद्रवंशी राजपूत -
चंद- यौं लोग राजा सोमचंदक वंशज बताई जानी । राजा सोमचन्द झूसी बटि आंई या झाँसी बटि आई या कन्नोज बटि आंई यौ बार में विभिन्न मत छन । पर सोमचन्द भाय चंदेल राजपूत, कुमाऊँ मे राज बड़न पर यौ चन्द राज कई जांण लग गाय यै पर इनार वंशज चंद हैगाय।

बद्री दत्त पाण्डे ज्यूल जब "कुमाऊँ का इतिहास" लेखो उभत करै अल्मोड़ में राजा आनन्द सिंह, काशिपुर में राजा उदय राज सिंह, कुं० आनन्द सिंह, कुं० भूपाल सिंह छी । आज भौउ कुं० काशी सिंह चन्द "बाबा" जो एम० पी० लै रैई द्वि तीन समय, काशीपुरर में चन्द राजाक वंशी छन । वांक जनता उनूकूं आजि लै राजाक रूप में मान्यता द्यूं । अल्माड़ में नन्दा देवी म्यल हबेर पैली देवी अभिषेक उनौर हाथल हूं।

रौतेला- यौ चन्द वंशज भाय, चंद राजाक संन्तान भाय। चन्दनौक ठुल च्यौल कैं गुंशाईं पद मिलंछी उ राज्यौक अधिकारी हुनेर भौय, छ्वट रौतेला हुनेर भौय। अटकिंसनक अनुसार रोतेला में अब असल और कम असल सबै सामिल छन।
रौतेला निम्न जागन में फैली छन-
  1. १-परगना सोर, पट्टी खड़ायत में गांव जीवी और सलमोड़ा में ।
  2. २-कोटा में गांव परेवा ।
  3. ३-परगना ध्यानीरौ पट्टी मल्ली रौ में जमराड़ी और रौतेलाकोट में ।                                                       उपरोक्त तीनों रौतेला आपुंण कैं सर्वश्रेष्ढ मान नी। यौ तीनों घरान उच्च कोटिक राजपूत वंश में ब्या करनी। जीवी और सल्माड़ वाल तो डोटीक वैश्य राजान दगाड़ संबंध करनी । अन्य खसियों और वैश्यन में विवाह करनि।
  4. परगना बारामलमल पट्टी तिखूनाक -गांव बंटगल,सल्ला,रैगल, कबल में ।
  5. उच्यूर पट्टी- पिठौना गांव में।
  6. अठागुली पट्टी -गांव छाना, छबीसा,उम्वाड़ी में ।
  7. बौरारौ पट्टी-खाड़ी गांव मे ।
  8. परगना पाली, पटेटी सिलौर- गांव तिरोला, सरणा में ।
  9. परगना चौगर्खा पट्टी रीठागाड़ - गांव नौगांव, छौना, विलौरी, मटेला में।
  10. पट्टी तल्ला द्वारा-साहुणी, मासौ गांव।
  11. नया पट्टी- सबौली गांव।
  12. १२- ककलासों पट्टी में- गांव फलसौं और सिरकोट ।
  13. १३-महर्यूड़ी में गांव बचकोट उर्फ बचकांडे ।
  14. धनियाकोट - हरपत, सिमलखा, स्याल़गढ़ी, दाड़मी, ऐराड़ी, नरोली, पिंडौली, डंग्यूड़ा, बदनौली, पत्तापाणी, बगवाली, पिलसाज।
यौ अापंण कैं कश्यपगोत्री बतूनी हैं, यौ पैली आंपणि स्यैंणियनौक हाथौक भात नि खांछी। यौं मडू लै नि खांछी।कालान्तर मे भौत परिवर्तन ऐगेईं।

खरकू- यौ रौतेला गुसांई आंपंण कैं कत्यूरी राजौक वंशज कुनी। पैली इनौर राज में भौत प्रभाव छी, राजा विजय चन्दौक समय में श्रीसुखराम खरकू भौतै प्रभावशाली फौजदार छी।
अन्य चंद्र वंशी राजपूत- मणकोटी राजाक वंशज कुछ रौतेला कैं कैं गंगोली में रूनी ।

अब अघिल कै अन्य राजपूतनौक बार में क्रमश:
(मदद -कुमाऊँ का इतिहास - कुमँ केशरी श्री बद्री दत्त पाण्डे )
बी० सी० पाण्डे।

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