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म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै


म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै
रचनाकार: सत्यम जोशी

म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै
इति नानि उमर में बूढ़ खतार ह्वै गोछै

चा धैं मालगौं परुव भर्ती ह्वै गो
त्योर मामक च्योल पुलिस में न्है गो 
शेरसिंहक च्योल ले ठेकदार बणि गो 
त्योर पढ़ि लिखिनक पोसा खात पड़ि गो 
सुखिनक किलम्वड़ चुसिनक आम ह्वै गोछै
म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै

क्वे संविदा में UPCL में न्है ग्यान 
क्वै उपनल भटे रोजि रोटि कमूण्यान 
त्यार बादक पढ़िनक पक्क मास्टर ह्वै गईं
क्वै पढ़ि लिखि भै गेस्ट टीचर लै बणि गईं
ईजा! तू त दै ई द्वार फेड़नो छै
म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै

चेलि बेटि ANM GNM करणईं 
अपुण ब्या खिन ठुल ऑफिसर ढूणनईं 
त्वील बीएससी एमएससी लै पढ़ि 
वै बाद पीएचडी एम फिल लै करि 
तू त सर्टिफिकेट एक बटयूण में रै गोछै
म्यर च्यला तू त बेरोज़गार रै गोछै


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