'

अमॉ के समर्पित


 अमॉ के समर्पित
  (रचनाकार देवेन्द्र सती)

प्रणाम सबों कै
आज म्यर अमॉ क पुण्यतिथि छ।
अमॉ क याद में एक श्रद्धान्जली स्वरुप एक कविता उनुकें समर्पित करनूँ----

"अमाँ" अमाँ त्यरि याद भौतें ए ।
य झुट ना सॉचि छु कई बार रुलैं।
आई ले त्यरी सुरत आखों मे ऐ जे।
ओ अमॉ त्यरि भोते याद ए।
हर लम्ह मिकें भलि भा याद छु।
त्यर लाड़ दुलार क हर लम्हक स्वाद छु।
तुम किलैं गछा हमूकें छोड बैर।
अमॉ त्यर नी हूणक मलाल छु।
पर मिकें पत्त छु यई कई छा तुम ।
हमारे दिल में रुछा।
यादो में मिलछा।
और आपुण आशीष दिछा अमॉ।
त्वली हम सबुकें संभालो
बचपन बै पालों।
कभै  लोरी ले सुनाई ।
त्यरि  डाट कभी रुलें छी।
तो ममता बहुत हँसें छी।
आज में नाराज नि छु।
जो कभै नि छी  उ आज छु।
अकल बतुणि क्वें न्हा।
त्यर दुलार याद आ।
होई में भाग्यसाली छु
जो त्यर प्रेम पा।
त्यर  लाड़ पा
तिहूँ वैद करनू।
त्यर सीख कै अपनूल।
संस्कार त्यर , सपन म्यार हो।
अमॉ त्यरि पुण्यतिथि पर ।
तुकैं सादर नमन् छु।।

अमॉ कै सादर समर्पित


 
कविता: देव सती, 
चौबटियक थोड़ तलि बटि,पपनैपुरी पाखुडा़

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ