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दाज्यू गौं चुनौ का उ पवु चै रैयी


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💐दाज्यू गौं चुनौ का उ पवु चै रैयी💐
रचनाकार: संतोष जोशी 'सुधाकर'  
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(*कुमाऊँनी "ठस्सैक"*)
दाज्यू गौं चुनौ परि मेरी कुमाऊनी कविता सुणों अर् आनन्द ल्यो......

दाज्यू गौं चुनौ का उ पवु चै रैयी...२
अहा कैका त् गिज सूखी जै रयी
दाज्यू गौं चुनौ का...२


दाज्यू गौं चुनौ मा अलबेर देर ह्वै गे
अनपढ़ सनपढ़ो गिज मा बुझ लगै गे....
भोट पढ़ि लेखिया कौ खात मा जाल
आऊं टेकणियां हैबे नौ लेखणिं भाल...
पै बाज बाजा काव पाणिं कौ आश लै रयी
दाज्यू गौं चुनौ का...२

यौ टिकटी क्वै पैस वाल क्वै तैंस वाल
क्वै नई नौताढ़ क्वै स्यैंणी फैशन वाल...
क्वै भमकुणीं छन अर् छन खवैयी पेवैयी
क्वै उठिबेर भोट काटणीं क्वै एक नंबरी चौसयी....
इदुग किरसाणं टिकटी कौ धुं कै सबै चै रयी
दाज्यू गौं चुनौ का उ पवु चै रयी..२
ईजा गौं चुनौ का उ पवु चै रयी..२

संतोष जोशी
(M) 9540689825
गरुड बागेश्वर

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