
कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ
यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-
झक मार बेर झुंगर खै, साजि लै नै बासि खै
अर्थात
परिस्थितियों के अनुसार समझौता करना पड़ता है
झिमौड़क पूड़
अर्थात
बहुत ही सनकी व्यक्ति
झिमौड़क पूड़ में हाथ खितण
अर्थात
बिना किसी कारण मुसीबत लेना
झूठा सच्चा पितर, गया जै बे रै देख्यैल
अर्थात
हर कार्य अपने नियत समय और स्थान के अनुसार ही होगा
झांण झुंडौक समझण
अर्थात
ऐरा गैर समझना
झूटि ऊ बुलानेर नि भै, सांचि ऊ कुनेर नि भै
अर्थात
झूठ को ऐसी चालकी से बोलना कि वह सच प्रतीत हो
झूठा ब्या, साँचा न्या
अर्थात
विवाह में झूठ चलता है पर न्याय सच्चे को ही मिलता है
झूठी बुलाणी गाड़ पार, जो रैजो दिन चार
अर्थात
कम से कम ऐसा झूठ बोलो जो कुछ समय तक दूसरे को पता ना चले
झूठै'कि जड़ नै
अर्थात
झूठ के पाँव नहीं होते या कोई आधार नहीं होता है
उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।
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