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मुहावरे और लोकोक्तियाँ - कुमाऊँनी भाषा में (भाग-१३)

कुमाऊँनी भाषा के कुछ प्रचलित मुहावरे और लोकोक्तियाँ और हिंदी अर्थ Idioms and phrases Kumauni language and hindi meaning

कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ


यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-

ट्याट खाय सुख पाय
अर्थात
संतुलित भोजन करना और सुखी रहन

ट्याड़ जै खुट भया. भ्योव पड़िये भै
अर्थात
दुर्भाग्य साथ हो तो कुछ सकारात्मक होना मुश्किल है

टक छन त टक टका, न तर झक झका
अर्थात
आर्थिक समृद्धि में ही शक्ति है

टका दी, गजी फाड़ी
अर्थात
नकद पैसा, तुरंत काम (खरी मजदूरी, चोखा काम)

टटुवैल खोला बटु, फिर लै टटुवौ’कौ टटू
अर्थात
ऐसा व्यापार करना जिसमें अपने लगाये धन को भी गंवाना पड़े

टिट्यां कूं बल, सार अगास मिलै थाम रौ
अर्थात
अपने सामर्थ्य के बारे में ज्यादा ही गलतफहमी होना

टिट्यां जास खुट
अर्थात
शारीरिक से कमजोर होना

टुक में टर्र
अर्थात
मुंह का कड़वा पर सहृदय व्यक्ति

टुट कुड़क मुस जस
अर्थात
बिना किसी बंधन के रहना

टेक हुं जांठि ना, खोल हुं गांठि ना
अर्थात
शारीरिक और आर्थिक दोनों तरह से असमर्थ होना

उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।


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