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मुहावरे और लोकोक्तियाँ - कुमाऊँनी भाषा में (भाग-१४)

कुमाऊँनी भाषा के कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों के अर्थ Some Idioms and phrases of Kumauni language and its Meaning

कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ


यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-

ठग, ठठेरो, चोर, सुनार, खौ कोलि, डाड़ ल्वार
अर्थात
न्याय का अपहरण या घोर अन्याय होना

ठुल आदिम झूठी बुलाणी, सब ऐथां-ऊथां चाँणी
अर्थात
अगर कोई सामर्थ्यवान झूठ बोले तो  कोई भी आसानी से विरोध नहीं करता

ठुल गोर लूंण बुंकां, नान गोर थोव चाटूं
अर्थात
समय तथा परिस्थिति के अनुसार व्यक्ति को देखकर व्यवहार करना

ठुल थुपूड़ाक ठुल सेत. नान थुपूड़ाक नान सेत
अर्थात
प्रतिष्ठित या धनी व्यक्ति में व्यग्रता भी अधिक होती है

ठेकि भरि घ्यूं, बिराऊ लै खै
अर्थात
अयोग्य व्यक्ति द्वारा किसी दूसरे के परिश्रम का फल प्राप्त कर लेना

उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।


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