
कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ
यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-
डरा'क पास जै बेर, डर लै डर जां
अर्थात
बार-बार डरते रहने से अच्छा है एक बार डर का सामना करें
डाला'क मुणि सीतण, जाला'क मुणि नि सीतण
अर्थात
अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना
डामि में लूँण खीतण
अर्थात
किसी को अत्यधिक प्रताड़ित करना
डेढ़ पौ चांण, तिबारी में चुल
अर्थात
तंगहाली में भी दिखावा करना
डेढ़ टट्टू, बगीच में ड्यर
अर्थात
किसी वस्तु को अधिक महत्त्व देना
डोटियालि कणि, सोरयालि'क ध्वक
अर्थात
सौतिया डाह या घोर प्रतिद्वंदिता में षड़यंत्र करना
उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।
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