
कुमाऊँनी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ
यहाँ पर हम कुमाऊँनी की कुछ प्रचलित मुहावरों और लोकोक्तियों को उनके अर्थ के साथ जानने का प्रयास करेंगे:-
ढक द्वार, हिट हरद्वार
अर्थात
अति शीघ्रता व चंचलता से कार्य करना
ढढ़ू कैं मारण सबूंल देख, दै खांण कै लै नी देख
अर्थात
बिना पूरी बात जाने किसी को दोषी करार देना
ढकिंण ना बिछौंण, फिर लै बड़ी मरोड़
अर्थात
निरर्थक अभिमान करना
ढूंग में ध्वे, हाड़ में सूकै
अर्थात
बहुत ही दीन-हीन हालत में होना
ढूंग में धरण
अर्थात
किसी को बेदखल कर देना
ढेपुवा चोर चोरि ली गै, पराव् में खुशबुसाट
अर्थात
कोई नुक्सान हो जाने के बाद व्यर्थ ढूंढने का प्रयास
उपरोक्त मुहावरों और लोकोक्तियों के सम्बन्ध में सभी पाठकों से उनके विचारो, सुझावों एवं टिप्पणियों का स्वागत है।
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