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लड़ाई खतम - कुमाऊँनी कविता

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लड़ाई खतम! 

(रचनाकार: श्री शंकर दत्त जोशी)

खेति-बाड़ि छुटैछत
वाड़-भिड़ा लड़ाई खतम! 
ग्वोरू-भैंस पावन छ्वेड़ीत
घा पातकि लड़ाई खतम!

लोग पहाड़ छ्वेड़ि बेर गयी तो
जमीन जायजादकि लड़ाई खतम! 
घर घर नल और नल में जल आ तो
पानि पन्यरकि लड़ाई खतम! 
पढ़ि-ल्येखी ब्वारीं आई तो
सासु ब्वारीं लड़ाई खतम!

जाग जाग पुलिस चौकि खुलि तो
दादागीरी लड़ाई खतम!
नानतिनां हाथों में मोबाइल आई तो
नानतिनां लड़ाई खतम!
बामन पलायन करि गयी तो
ठुलि ध्वेति नानि ध्वेतिक लड़ाई खतम! 

टेंट हाउस चलि तो
नूंन भातकि लड़ाई खतम!!
जब बटि लोग हम दो हमर एक वाल है ग्यान
तब बै भाइयों में छुटीन बखतकि लड़ाई खतम!!

शंकर जोशी, 30-05-2021

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शंकर दत्त जोशी  
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